शातिर गिरोह के प्रभाव में मुन्ना का परिवार
डिंपल मिश्र का बयान
यह कहानी ऐसे गिरोह की है जो जमीन बेचने के नाम पर ठगी,धन उगाही के तरीके में माहिर है जिसका सरगना गोपाल सिंह नामक एक शातिर अपराधी है| इस गिरोह के सक्रिय सदस्य मुन्ना चौधरी ,राधा देवी एवं जहांगीरगंज थाना क्षेत्र के अन्य अपराधी भी हैं जो मीडिया को प्रभावित करके इसकी कूट रचना करते हैं| इसी के तहत मुन्ना ने जमीन बेचने के नाम पर प्रमोद द्विवेदी से अपने खाते में पैसा लिया और फिर फरार हो गया ! उसके भगाने के बाद शातिर सरगना ने क्रेता के रिश्तेदार से संपर्क साधते हुए 3 लाख की मांग के बदले बैनामा कराने का झूठा वादा करने लगा लेकिन पुलिसिया सतर्कता से मुन्ना पकड़ा गया! इस व्यूह रचना को असफल होता देख गोपाल सिंह ने क्रेता के रिश्तेदार भाई डिम्पल मिश्रा को धमकाना शुरू कर दिया क्योंकि इनके 3 लाख मांगने की ऑडियो, उसने पुलिस में दे दिया था और इसीलिए बदला लेने की बात करने लगा| इसी के अगले चरण में मुन्ना को कुछ लोगों द्वारा मारने और गंभीर चोट लगने एवं उसकी वजह से मानसिक संतुलन बिगड़ने का मौका भापते हुए शातिर गोपाल ने मुन्ना पर हमले के नामजद लोगों से मिलकर क्रेता प्रमोद दिवेदी जो कि एक सरकारी अधिकारी हैं को फसाने के उद्देश्य एवं उनके भाई डिंपल मिश्रा से बदला लेने की फिराक में लगा हुआ है। इसी कड़ी में शातिर ने मुन्ना के परिवार जो कि उसके संपर्क में बहुत कम ही रहता था क्योंकि परिवार वाले मुन्ना के ऐसे आपराधिक क्रियाकलाप से खुश नहीं रहते थे, उनको भी धान उगाही से प्राप्त पैसे की लालच देकर प्रभाव में ले लिया जिससे मुन्ना के हमले के नामजद अभियुक्तों से समझौते से धन प्राप्त किया जा सके और एक सीधे-साधे सरकारी कर्मचारी को झूठा फसाकर, उसकी सामाजिक प्रतिष्ठा को कलंकित करने की धमकी के माध्यम से धन उगाही कर सके और इसमें साथ देने के लिए अपनी सहयोगी राधा यादव जो की विवाहिता है हनुमान यादव निवासी कटात की, मुन्ना की पत्नी साबित करने पर लगा हुआ है और फर्जी तरीके से दुष्प्रचार में लगा हुआ है एवं अपराधियों के प्रभाव एवं धन की लालच में आकर मुन्ना का परिवार न्याय की चिंता छोड़ धन उगाही के प्रयास में लगा हुआ है|इन शातिरों की कूट रचना से उत्पन्न अवसाद एवं ऐसे खतरनाक लोगों से सुरक्षा की गुहार जिम्मेदार अधिकारी से करता हूं|
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